Saturday, August 23, 2008

नृत्य नाटिका में कुहू...जय कन्हैया लाल की..की..

आज कुहू को उठानें में मम्मी को थोडा भी मक्खन नहीं लगाना पडा। कुहू हल्की आहट से ही उठ बैठी, उसे आज स्कूल जाने की हडबडी थी। जन्माष्टमी स्कूल में मनाई जायेगी और कुहू को नृत्य नाटिका में राधा का रोल दिया गया था फिर क्या था-लँहगा चुन्नी, पायल, बहुत सा मेक अप और मुकुट भी। मोतियों की माला सुन्दर सी बिन्दी और नजर से बचाने का काला टीका भी
कुहू नें तैयार होने के बाद खुद को आईने में देखा फिर इतराने लगी। उसे पता था कि वह सुन्दर लग रही है।
फिर कुहू पापा मम्मी के साथ स्कूल गयी। पापा-मम्मी यहाँ कर बहुत खुश हुए। यहाँ तो बहुत सारे कृष्ण और बहुत सारी राधायें थीं। कोई रोने वाले कृष्ण थे तो कोई हँसने वाली राधा।
एक कृष्ण जी का तो रो रोकर इतना बुरा हाल था कि सभी दर्शक उन्हे देख कर हँसते रहे :)
अब नृत्य नाटिका आरंभ हुई और कुहू इस में झूम कर नाची..

स्कूल में कुहू को बहुत सी चॉललेट मिली जिसे ले कर वह जब घर आयी तो बहुत खुश थी। बहुत देर तक वह घर में भी राधा बनी घूमती रही।
सभी अंकल आंटियों और नन्हें मुन्नों को कुहू की ओर से जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें..जय कन्हैया लाल की।


प्रस्तुति: राजीव रंजन प्रसाद

5 comments:

admin said...

कुहू बेटी वाकई बहुत प्यारी लग रही है। इस सफल कार्यक्रम के लिए मेरी ओर से बहुत बहुत बधाई।
ढेर सारे प्यार के साथ
जाकिर अली रजनीश

Anonymous said...

kuhu ko sneh.

Anil Pusadkar said...

pyari-pyari kuhu bitia ko bahut bahut pyar

seema gupta said...

Hi, wowwwwwwwwwww, u are looking dam good, like fairy, beautiful. congrates for the program and sharing with us.

love ya.

प्रेमलता पांडे said...

कुहु को प्यार!